जिसका कोई शत्रु नहीं उसका कोई दोस्त भी नहीं होगा ! - लॉर्ड अल्फ्रेड टेनीसन 1-जानकारियां बाहर से हासिल की जा सकती हैं , लेकिन ज्ञान भीतर से आता है ! 2- जिन्दगी की ख़ुशी पा लेने में नहीं हैं और न ही अभाव में है ! ख़ुशी तो अपने जोश और उत्साह पर विजय पाने में है ! 3- आत्म सम्मान ,आत्म ज्ञान और आत्म नियन्त्रण - ये तीनों गुण सर्वोत्तम शक्ति की ओर ले जाते हैं ! 4- हर व्यक्ति में उन लोगों का कुछ न कुछ अंश होता है ,जिनसे वो कभी मिला है ! 5- जिस व्यक्ति ने कभी कोई शत्रु नहीं बनाया वी कभी दोस्त भी नहीं बना सकता ! 6-जिस झूंठ में कुछ बातें सच हों वो सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं ! 7- शब्द प्रकृति की तरह होते हैं ! आधे जाहिर ,आधे छिपे ! इनकी आत्मा पूरी जाहिर नहीं होती ! 8- कुछ कामों को करने का कोई कारण नहीं होता ,लेकिन फिर भी स्थिति करो या मरो की हो जाती है ! 9-हम एक -दूसरे के प्रति एक घंटे के लिए भले बनकर नहीं रह सकते ! हम हमारे भाई की कमजोरी पर हँसते हैं, कानाफूसी करते हैं ,हालाँकि इन्सान खुद तुच्छ नस्ल है ! 10-जो चीजें दूर होती हैं ,उनके प्रति आकर्षण बना रहता है ! 11-जिस व्यक्ति का दिल पवित्र होता है उसमें दस लोगों के बराबर ताकत होती है ! 12- ईमानदारी से व्यक्त किया गया संशय किसी भी धर्म -संप्रदाय में आस्था से ज्यादा विश्वास करने योग्य होता है ! 13- दूसरों को नीचे खींचकर कोई भी व्यक्ति ऊँची उडान नहीं भर सकता ! समझदार व्यापारी अपने प्रतिस्प्रधियों को हराता नहीं है ! समझदार कर्मचारी अपने साथियों को पीछे नहीं छोड़ता ! अपने दोस्तों को मत हराओ ! अपने दुश्मनों को भी पराजित मत करो ! खुद भी कभी हार मत मानों !
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