दोस्तों ! कई वैज्ञानिक शोधों और आविष्कारों से यह सिद्ध हो चुका है कि प्रकृति ने हमें जीवन में कई अनमोल और बहुमूल्य चीजें दी हैं ! ये व्यक्ति के हाथ में है कि वो अपनी सोच और अपना जीवन किस तरह बनाये , किस तरह अपना जीवन जिए अच्चा या बुरा ! ये व्यक्ति की पोजिटिव या निगेटिव सोच पर ही निर्भर करता है ! तरह जीवन जिए - अच्छा या बुरा ! ये व्यक्ति के स्वयं पर निर्भर करत प्रकृति ने हमें एक कुदरती ,बहुमूल्य और चमत्कारिक ताकत दी है की हम हमारे दिमाग और शरीर से जैसे चाहें अच्छे या बुरे हार्मोन्स स्त्रावित कर सकते हैं ! ये अच्छे या बुरे हार्मोन्स हमारी नेगेटिव या पोजिटिव सोच पर निर्भर करते हैं ! हमारा दिमाग और शरीर हमारी पोजिटिव सोच के अनुसार कुछ हैप्पी हार्मोन्स स्त्रावित करता है ! जो हमारी जिन्दगी में खुशियाँ भर देते हैं ! सेरोटोनिन -एक्सरसाइज से करें दोस्ती - लम्बे समय तक तनाव में रहने से दिमाग में सेरोटोनिन का स्तर घटने लगता है , जिससे व्यक्ति गुस्सैल होता जाता है ! टमाटर ,केला ,शहद ,अजवायन नारियल आदि खाकर व नियमित व्यायाम करके सेरोटोनिन की मात्रा बढ़ा सकते हैं ! प्रोजेस्टेरोन- चैन की नींद के लिए - शरीर में प्रोजेस्टेरोन की मात्रा सही होने पर व्यक्ति स्वभाव से चिडचिडा नहीं होता ! तनाव व असंतुलित खानपान से इसकी कमी होने लगती है ! महिलाओं में 35-40 वर्ष के बाद इसका स्तर कम हो जाता है ! डोपामाइन- खुशियों का रास्ता - तारीफ सुनने और खुलकर हंसने से डोपामाइन का स्तर बढ़ता है ! जिससे मन को अच्छा लगता है ! मन प्रफुलित और प्रसन्न होता है ! तनाव और विफलता से डोपामाइन का स्तर घटता है ! आक्सीटोसिन -प्यार बांटते चलो - आक्सीटोसिन हारमोन को लव हार्मोन भी कहते हैं ! ये हार्मोन तनाव से लड़ता है ! इसका स्तर सही रखने के लिए निस्वार्थ भावना रखनी चाहिए और खुश रहना चाहिए !
वैज्ञानिक शोध पर आधारित अच्छी जानकारी है !
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