Monday, November 13, 2017
Thursday, November 9, 2017
समस्याएं जाहिर करें ,हल इनमें ही छिपा है
अपनी समस्याएं जाहिर जरुर करें ,क्योंकि इन समस्याओं का हल कहीं न कहीं इनमें ही छिपा हुआ है ! विफलताएं काम का एक हिस्सा मात्र होती हैं ! लेकिन इसे हर वक्त और हर मामले में सही नहीं ठहराया जा सकता है ! असफलताएं अपने काम में लापरवाही भी इसकी एक वजह हो सकती है ! समस्याओं को साझा और जाहिर करना कितना उपयोगी है ! 1-समस्याएं साझा करने से बढती है विश्वसनीयता :- बेहतर है कि जीवन में सभी समस्याओं का सामना पूरी तरह नीडर होकर तथा खुलकर करें ! अगर आप अपनी समस्याओं को खुलकर रखेंगे तो पूरी स्थिति पर आपका नियन्त्रण हो जाएगा ! यह सैद्धांतिक रूप से उचित ही नहीं बल्कि अधिक तर्कसंगत भी होगा ! क्योंकि ऐसा करने पर आप भरोसेमंद माने जायेंगे और आपकी विश्वसनीयता भी बढ़ेगी ! 2-फीडबैक देना बंद न करें :- किसी व्यक्ति को आप फीडबैक दें और अगर वो इसे ख़ारिज कर दे तो उसमें कोई बुराई नहीं है ! इससे आप ऐसा कतई न सोचें की आपका आइडिया अच्छा नहीं था और अब भविष्य में किसी और को आइडिया देंगे ही नहीं ! ऐसे मौके पर आपको नकारात्मक विचारों से बचने की जरूरत होती है ! 3- जोखिम उठायें और असफलता को चुनौती के रूप में लें :- कभी कभी लोग इसलिए असफल होते हैं ,क्योंकि वे अपना काम ठीक तरह नहीं करते और कभी इसलिए कि उनमें क्षमताओं की कमी होती है और वे उसमें सुधार की कोशिश ही नहीं करते ! जोखिम उठाने की प्रवृति और असफलता को स्वीकार करने से इनोवेशन का रास्ता खुलता है ! हालांकिअसफलता काम ही एक हिस्सा है पर इस स्थिति को पहचानना और साथियों को आगे बढने के लिए प्रेरित करना जरूरी है !
अपने काम में मन लगाकर करने से कम होता है तनाव
एक नहीं कई सर्वे में यह बात साबित भी हुई है किअपने काम में पूरा मन लगाकर करने वाले लोग अपनी भावनाओं को मैनेज करने में माहिर होते हैं और तनाव की स्थिति में भी शांत बने रहते हैं ! दरअसल ऐसे लोग इस बात का ध्यान रखते हैं कि उन्हें क्या -क्या अच्छी चीजें हासिल हैं ! वे इसके लिए सम्मान, आदर और आभार का भाव बनाये रखते हैं ! म्यूजिशियन जिगी मैरली ने कहा है किअपने काम में पूरा मन लगाकर प्रोडक्टीव् काम करना सबसे अच्छा है ! क्योंकि इससे तनाव कम होता है ! काम में पूरा मन लगाकर ,डूबकर काम करने से परिणाम भी बेहतर आता है ! और जब काम का बेहतर परिणाम आता है तो मूड स्वत : ही अच्छा बना रहता है, क्योंकि इससे स्ट्रेस हार्मोन का स्तर 25 प्रतिशत तक कम होता है ! यह बात एक यूनिवर्सिटी की रिसर्च में सामने आई है ! तनाव कम करने और इससे बचकर सहज बने रहने का एक तरीका यह है कि खुद की नकारात्मक सोच से दूर रहें ! असल में व्यक्ति जितना नकारात्मक विचारों में डूबता जाता है उतना ही इस तरह की भावनाएं हावी होती जाती हैं ! जब कभी व्यक्ति के मन में नकारात्मक विचार हावी होने लगे तो एक सरल उपाय यह है कि अपने नकारात्मक विचारों को एक कागज पर लिख लेना चाहिए ! फिर इसे अपने विश्वस्त दोस्तों और घर -परिवार के लोगों को दिखाना चाहिए ! इस तरह जरुर कोई समाधान निकलकर आएगा !
सुनहरी बातें
1- बार बार असफल होने पर भी उत्साह न खोना ही सफलता है ! -विंस्टन चर्चिल ! 2- सफल और कामयाब आदमी बनने के बजाय हमेशा एक महत्त्वपूर्ण आदमी बनने की सोचिये ! -अल्बर्ट आइंस्टाइन ! 3- एक सफल व्यक्ति वह है जो दूसरों द्वारा अपने ऊपर फेंकी गई इंटों से एक मजबूत नींव भरकर मकान बना ले ! - डेविड ब्रिंकले ! 4- धैर्य के माध्यम से कई लोग उन परिस्थितियों में भी सफल हो जाते हैं जो कि एक निशिचत विफलता जान पडती है ! - बेंजामिन डिजेली ! 5-मुझे सफलता का मन्त्र नहीं पता ,लेकिन सभी को खुश करने का प्रयास करना ही विफलता का मूल कारण है ! -बिल कॉसबी ! क्रमश .......
Sunday, November 5, 2017
अहिंसा का अर्थ कायरता नहीं
बहुत पुराने समय की बात है ! एक राज्य पर किसी दूसरे देश के विधर्मी शासक ने एक बार अचानक से आक्रमण कर दिया ! राजा ने अपने सेनापति को तुरंत आदेश दिया कि वे सेना लेकर सीमा पर जाएँ और उन आक्रमणकारी- अत्याचारी का मुंहतोड़ जवाब दें ! उस राज्य का सेनापति अहिंसावादी था ! वह लड़ना नहीं चाहता था ! लेकिन राजा का आदेश सीमा पर सेना ले जाकर लड़ने का था ! वह सेनापति बड़ी मुसीबत में पड गया ! बड़ी अजीब स्थिति थी ! आतताइयों से राज्य को भी बचाना जरूरी था ! सेनापति को जब कोई रस्ता नहीं सुझा तो वह अपनी समस्या लेकर परामर्श करने के लिए भगवान बुद्ध के पास गया ! उनके चरणों में नमन किया और अपनी समस्या बताते हुए कहा कि -हे भगवन !अगर युद्ध होगा तो सैकड़ों सैनिक मारे जायेंगे ,धन -बल का भी भारी नुकसान होगा , क्या यह हिंसा नहीं है ? महात्मा बुद्ध ने उसे समझाते हुए कहा कि हाँ यह हिंसा तो है ! पर मुझे तुम यह बताओ कि यदि हमारी सेना ने उन अत्याचारियों का मुकाबला न किया तो क्या वे बिना अत्याचार ,लुट -पाट किये वापस अपने देश चले जायेंगे ? सेनापति ने कहा-नहीं, वे बिना अत्याचार और बिना लुट -पाट के तो वापस नहीं जायेंगे ! वे हमारे देश में निरपराध लोगों की हत्या करेंगे ! फसल ,सम्पत्ति और धन बल का भारी नुकसान करेंगे ! महात्मा बुद्ध ने कहा-अगर आक्रमणकारी ऐसा करेंगे तो क्या यह हिंसा नहीं होगी ? यदि तुम यही सोच कर, हिंसा के भय से चुप बैठे रहे तो जरा सोचो ,तब हमारे देश के कितने निर्दोष लोग मारे जायेंगे ? राज्य को कितना नुकसान होगा ?और हाँ ,इस हिंसा का पाप तुम्हारे सिर पर ही आएगा ! बुद्ध भगवान की बात सुनकर सेनापति ने अपना सिर झुका लिया ! क्या हमारी सेना आक्रमणकारियों से लड़ने में सक्षम है ? बुद्ध ने सेनापति से पूछा ! जी हाँ ! सेनापति ने उत्तर दिया ! बुद्ध ने कहा- तो ऐसे में देश और प्रजा की रक्षा करना ही तुम्हारा परम धर्म और परम कर्तव्य है ! अहिंसा का अर्थ कायरता नहीं है ,बल्कि दूसरे पर अत्याचार न करना होता है ! सेनापति ने महात्मा बुद्ध के चरण छुकर आशीर्वाद लिया और युद्ध की रणभेरी बजा दी !
Saturday, November 4, 2017
सरल उपायों से भी दूर होते हैं वास्तु दोष
वास्तु दोष :- भवन में वास्तु दोष होने पर कई तरह के शुभ -अशुभ फल मिलते हैं ! कुछ सरल उपाय करके इन वास्तु दोषों को कम या खत्म किया जा सकता है ! 1- भवन में लगे हुए दरवाजों के स्वत : ही खुलने या बंद होने ,शयन कक्ष के साथ संयुक्त बाथरूम या टायलेट होने अथवा पलंग के ठीक ऊपर छत की बीम होने से मानसिक रोग अथवा हृदय रोग होने की संभावना रहती है ! 2- भवन के दक्षिण अथवा दक्षिण -पशिचम में कुआ होने अथवा एक ही दीवार से मिले हुए दो भवन होने से भी आयु क्षीण हो सकती है ! 3- रसोई घर में दक्षिण की ओर मुख करके भोजन पकाने ,उत्तर या पश्चिम दिशा में सिर करके सोने ,दिन में पूर्व की ओर तथा रात्रि में पश्चिम की ओर मुख करके मल -मूत्र का त्याग करना भी कई रोगों का कारण बनता है !इससे अनिद्रा ,थकान,सिरदर्द ,तनाव ,पेट ,त्वचा एवं अस्थि रोग होने की आशंका रहती है ! 4- भवन के मुख्य द्वार के ठीक सामने कोई मार्ग ,खंभा ,बावड़ी ,वृक्ष ,कुआ, पत्थर , श्मशान घाट , कुम्हार का चाक, शिला ,आदि हो तो भवन स्वामी को मिर्गी ,सन्निपात ,अतिसार ,पथरी अथवा बवासीर रोग होने की आशंका रहती है ! भवन में सुख -शांति ,आरोग्य और सभी तरह के शुभ -लाभ के लिए वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना सर्वश्रेष्ट माना जाता है ! सही और समय पर उपाय करके वास्तु दोषों को काफी हद तक दूर किया जा सकता है !
ये पांच विकार मिटे बिना कोई सुखी नहीं हो सकता !
भारतीय ग्रन्थ गीता में कहा गया है कि ये पांच विकार ही मनुष्य के असली दुश्मन हैं ! मनुष्य को सबसे पहले अपने अंदर के इन विकार रूपी दुश्मनों को मारना चाहिए ! 1- कर्म :- व्यक्ति के कर्म ही हैं जो उसे शत्रु और मित्र बनाते हैं ! दुनियां में तो कर्म होते रहेंगे लेकिन यदि हम दूसरों के कर्मों से प्रभावित होकर हम अपना नुकसान कर लें तो यह हमारे लिए ही नुकसानदायक होते हैं ! 2- विचार :- हमारे मन में , विचारों में जब दूसरों के प्रति नफरत और घृणा ,दुर्भावना पैदा होती है तो उसके जिम्मेवार हम ही हैं ! जब हमारे मन में लालच ,गुस्सा ,अहंकार आदि आता है तो वह सबसे पहले हमें ही उद्वेलित करता है ! हमारे ऐसे नकारात्मक विचार ही गलत कर्म करने के लिए बाध्य करते हैं ! 3- अहंकार और चिन्तन :- व्यक्ति के अंदर चाहे कितने भी मूल्य क्यों न हो, अहंकार होने से वे सब व्यर्थ और नष्ट हो जाते हैं ! जब भी व्यक्ति में किसी बात का अहंकार आता है तो सभी मूल्य और नैतिकता नष्ट हो जाते हैं ! यह ऐसी ही स्थिति है जैसे पूरे बाल्टी का पानी शुद्ध हो और उसमें एक बूंद जहर डाल देने से पूरा जहर बन जाता है ! अहंकार को स्वयं से दूर रखने के लिए गहराई से आत्म चिन्तन और निरिक्षण करते रहना बेहद जरूरी होता है ! हमें भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए किहमारे जीवन में कभी अहंकार न आये ! 5- आत्मावलोकन :- किसी भी गलती पर हमें दूसरों को दोषी ठहराने के बजाय खुद में झाँकने का प्रयास करना चाहिए ! जो कामयाब और सफल व्यक्ति होते हैं ,वे इन बातों में सबसे पहले स्वयं का ही आत्मावलोकन करते हैं ! गीता में कहा गया है कि व्यक्ति को सुखी और सफल जीवन जीने के लिए सबसे पहले अपने अंदर के छिपे उन शत्रुओं को मारना जरूरी है जो वह खुद ही पालता है !
Thursday, November 2, 2017
कामयाबी के लिए अपनाएं लो -बजट मार्केटिंग स्ट्रेटिजी
एक कामयाब और सफल एन्टरप्रेन्योर बनने के लिए आपको अपने बिजनेस की मार्केटिंग करनी बहुत ही जरूरी होती है ,भले ही वह लो -बजट ही क्यों न हों ! किसी भी बिजनेसमेन को सफल होने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है ! कोई भी मुशिकल पैसे की समस्या से बड़ी नहीं होती ! पैसे की कमी होने पर भी आप मार्केटिंग को नजर अंदाज नहीं कर सकते ! बिजनेस की सफलता में उसकी मार्केटिंग का अहम योगदान होता है ! अगर आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस की मार्केटिंग सही , बेहतरीन और प्रॉपर ढंग से करते हैं तो आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता ! सही मार्केटिंग के अभाव में आप चाहे कितनी भी मेहनत क्यों न कर लें और चाहे आपका काम कितना ही अच्छा क्यों न हो ,आप कभी मनचाही कामयाबी नहीं पा सकते ! अगर आपके पास पैसे की कमी हो , तब भी आप लो-बजट वाली बेहतरीन मार्केटिंग स्ट्रेटिजी अपना सकते हैं ! 1 - कंटेंट मार्केटिंग :- कंटेंट मार्केटिंग के लिए आप आनसाइट ब्लॉग मैनेज कर सकते हैं ,और हफ्ते में कभी कभी नया कंटेंट डाल सकते हैं ! आप इन्फोग्राफिस,वीडियो और पाडकास्ट्स के जरिये भी यह कर सकते हैं ! इन तरीकों से आपकी इमेज बेहतर होगी और कस्टमर्स की संख्या भी बढ़ेगी , जिससे आपका बिजनेस भी बढ़ेगा ! 2- ईमेल मार्केटिंग :- ईमेल मार्केटिंग एक सबसे अच्छी कास्ट -एफिशिएंट मार्केटिंग स्ट्रेटिजी है ! आप ईमेल मार्केटिंग के जरिये अपने सभी कस्टमर्स व क्लाइन्ट्सको अपने बिजनेस की नई उपलब्धियों ,नये प्रोडक्ट ,नई सर्विसेज आदि के बारे में बता सकते हैं ! आप जितना समय और पैसा ईमेल मार्केटिंग पर लगाएंगे ,आपको उससे एक सार्थक रिटर्न मिलेगा जो आपको कामयाबी दिलाएगा ! 3-प्रेस रिलीज और न्यूज फीचर्स :- अगर आपके पास ,वाकई कुछ बताने लायक चीज है तो उसे न्यूज आउटलेट्स को बताएं ! यह न्यूज आउटलेट्स आपकी खबर को रिपोर्ट करेंगे ताकि लोग उसके बारे में जान सकें ! अगर आप प्रेस रिलीज लिखना ,पत्रकारों को ईमेल करना आदि काम खुद ही करते हैं तो प्रेस रिलीज आपके लिए एक मुफ्त मार्केटिंग स्ट्रेटिजी का काम कर सकती है ! आप पीआर न्यूज वायर से भी प्रेस रिलीज तैयार करवा सकते हैं ! पर्सनल ब्रांडिंग :- पर्सनल ब्रांडिंग काफी हद तक कार्पोरेट ब्रांडिंग की तरह ही काम करती है ! अंतर सिर्फ इतना ही है कि यह आप पर व्यक्तिगत तौर पर अप्लाई होती है ! इसके जरिये आप खुद को प्रमोट करते हैं ! पर्सनल ब्रांडिंग का फायदा यह होता है कि लोग एक व्यक्ति के रूप में आप पर भरोसा करते हैं और आपको काम देते हैं ! एसईओ :- एस ईओ का मतलब होता है सर्च इंजन आप्टीमाइजेशन ! आप आनलाईन टूल्स की मदद से उन शब्दों के बारे में जान सकते हैं जिन्हें इन्टरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाता है ! अगर आप अपने एसईओ में उन शब्दों को डालेंगे तो आपके आर्टिकल की तरफ ज्यादा से ज्यादा पाठक आयेंगे ! सही और बेहतरीन एसईओ की मदद से आप अपनी वेब साईट पर ज्यादा ट्रैफिक ला सकते हैं ! सोशल मीडिया मार्केटिंग :- आप सोशल मीडिया साइट्स पर अपनी बिजनेस प्रोफाइल स्थापित कर सकते हैं और इसके जरिये आप अपने टारगेट कस्टमर्स को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं ! इसके साथ ही आप सोशल मीडिया के जरिये अपने पुराने और नये कस्टमर्स व क्लाइन्ट्स से लगातार संपर्क में रह सकते हैं !
Tuesday, October 31, 2017
नदी का पानी
एक गाँव में एक लड़का रहता था ! उसका जीवन काफी परेशानियों में गुजरा था ! जब वह थोडा और बड़ा हुआ तो उसे लगा कि उसकी जिन्दगी की राह बड़ी कठीन है ! वह हर समय अपनी समस्याओं के बारे में ही सोचता रहता, और इस तरह वह कोई काम-धंधा भी नहीं करता और निठल्ला बैठा रहता था ! एक दिन जब वह अपनी इसी उधेड़ बुन में खोया था , अपनी समस्याओं के भंवर जाल में उलझ रहा था ,तभी वहाँ से एक साधु महाराज गुजरे ! साधु महाराज को देखकर उस लडके ने अपनी दुविधा बताई और उन समस्याओं को हल करने का रास्ता पूछा ! साधू महाराज ने उस लडके से पास ही बह रही नदी तक चलने को कहा ! नदी के पास पहुंच कर साधु ने लडके से कहा कि वह नदी के उस पार चलकर उसे समाधान बतायेंगे ! ऐसा कहकर वह साधु और वह लड़का वहाँ नदी किनारे ही बैठ गये ! काफी देर वहां नदी किनारे बैठे रहने के बाद उस लडके ने साधु महाराज से पूछा कि हमें तो नदी पार करनी है , फिर इतनी देर से हम यहाँ क्यूँ बैठे हैं ? इस पर उन साधू महाराज ने कहा कि हमें नदी के उस पार चलना है , हम यहाँ नदी का पानी सूखने का इंतजार कर रहे हैं ! उन साधू महाराज की बात सुन कर वह लड़का हैरान रह गया , और उसने साधू महाराज से कहा कि-महाराज इतनी जल्दी नदी का पानी कैसे सूख सकता है ? आप भी कैसी अनहोनी बात कर रहे हैं ? उन साधू महाराज ने लडके को समझाते हुए कहा कि जैसे इस नदी को पार करने के लिए हमें खुद कोशिश करनी होगी है , उसी तरह जीवन में भी हमें अपनी सभी समस्याओं से खुद ही पार पाने का प्रयास करना होता है ! हमें अपनी समस्याओं को पार पाने के लिए फालतू समय नहीं गवांना चाहिए ! तभी हमें जीवन में कामयाबी मिलती है ! उस लडके ने उन साधु महाराज की बात का मर्म समझ कर उनके चरण छुए और उनसे आशीर्वाद लेकर अपने घर आ गया ! उस लडके को जीवन का असली ज्ञान और मार्ग मिल चूका था ! जीवन का मन्त्र :- आपको खुद ही अपनी समस्याओं का समाधान ढूँढना होता है !
Monday, October 30, 2017
इन्टरनेट की 25 सबसे प्रभावशाली और चर्चित हस्तियाँ
दुनियां भर में सोशल मिडिया पर प्रभाव और सुर्ख़ियों में बने रहने की क्षमता के आधार पर प्रसिद्व और चर्चित हस्तियों का चयन हुआ है ! इनमें गायक ,अभिनेता ,राजनेता ,एक्टिविस्ट और ब्लॉगरआदि शामिल हैं ! 1- क्रिसि टीजेन :- ये लेखक ,टीवी होस्ट और सुपर मॉडल हैं ! 31वर्षीय क्रिसि के इन्स्टा ग्राम ,टिवटर पर दो करोड़ से भी अधिक फोलोअर हैं ! इन्होंने सोशल मिडिया के जरिये सेलिब्रिटी और आम लोगों के बीच अंतर को खत्म कर दिया है ! 2-चांस द रैपर :- शिकागो के हिप हॉप आर्टिस्ट ने अपनी सभी संगीत रचनाओं को एपल म्यूजिक और क्लाउड साउंड जैसी सेवाओं के जरिये मुफ्त रिलीज किया है ! उनके एलबम कलरिंग बुक इपी को ग्रैमी अवॉर्ड मिल चुका है ! 3- एरियल मार्टिन उर्फ़ बेबी एरियल :- दुनियां के एक पॉपुलर एप Musical.ly पर 2 करोड़ लोग उन्हें फोलो करते हैं ! यूजर उनके लिप सिंगिंग वीडियो रिकॉर्ड करते हैं ! फ्लोरिडा ,अमेरिका की 16-17 वर्षीय एरियलअपने ब्रैंड का और अधिक विस्तार करना चाहती है ! 4- याओचेन :- चीनी अभिनेत्री याओ चेन ने सोशल मिडिया पर अपनी लोकप्रियता के माध्यम से दुनियांभर के शरणार्थी संकट के प्रति जनमत जगाया है ! उनके दुनियांभर में 7 करोड़ 98 लाख से भी अधिक फालोअर हैं !उन्हें संयुक्त राष्ट्र का गुडविल एम्बेसडर बनाया गया है ! 5- स्टीवन प्रुइट उर्फ़ सेर अमानतियो डी निकोलो :- झूंठी खबरों की बाढ़ के बीच अमेरिका के 33 वर्षीय प्रुइट इन्टरनेट पर सच के सबसे बड़े पहरेदार के रूप में उभरे हैं ! वे विकिपीडिया के स्वयंमसेवी संपादक हैं ! वे 2006 के बाद से ऑनलाइन इनसाइक्लोपिडिया पर 20 लाख से ज्यादा जानकारियों को संपादित कर चुके हैं ! 6- हुडा कटटन:- इराकी -अमेरिकी ब्लागर ने इन्स्टाग्राम पर अपनी कामयाबी को ब्यूटी वेवसा इट का रूप दे दिया है ! यह लेशेस ,मेकअप और लिप ग्लास के मामले में विशेषज्ञ है ! अब साइट बेच दी गई है ! 7- बाना अलाबेद :- 8 वर्षीय बाना के पूर्व अलेप्पो , सीरिया से किये गये टवीट ने दुनियां भर का ध्यान खींचा है ! इससे संसार को सीरिया के गृहयुद्ध के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला है ! ये टवीट बाना ने अपनी माँ की मदद से भेजे थे ! 8- अलेक्सी नेवेलनी :- ये रुसी एक्टि विस्ट पुतिन के प्रमुख आलोचक के रूप में उभरे हैं ! यूट्यूब पर उनके चैनल के दस लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं ! 1- एरियल मार्टिन ,2-क्रिसी टीजेन , 3-मैट डज , 4-जेके रॉलिंग, 5- कार्टर विलकेरसन , 6-यओ चेन , 7- ब्रायन रीड , 8- बीटीएस , 9- अलेक्सी नेवेल्नी, 10-डोनाल्ड ट्रम्प , 11-मैट फ्यूरी , 12- स्टीवन प्रुइट ,13- बाना अलाबेद ,14- गिगी गोर्जेस , 15-जोनाथन सन , 16 - किम कर्दाशियां , 17-ब्रेंडन मिलर , 18-रिहाना , 19 - चांस द रैपर , 20- केसी हो , 21 -हुडा कटटन, 22- मार्क फिस्च बैक ,23-एंजेल पेडीला , 24 - सारा डोहल, 25 - मैट ट्रालडी !
Sunday, October 29, 2017
गुस्से को अपनी कमजोरी नहीं अपनी ताकत बनाएं
कहते हैं गुस्सा आपकी कमजोरी भी हो सकता है और ताकत भी ! गुस्से को अपनी कमजोरी बनाकर कोई लाभ नहीं लिया जा सकता सिवा नुकसान के ! लेकिन गुस्से को अपनी ताकत बनाकर जीवन में आप बड़ी कामयाबी तक का सफर आसानी से तय कर सकते हैं ! गुस्से को सही दिशा देकर उससे भरपूर लाभ उठा सकते हैं ! गुस्सा एक पल में भी किसी को मूर्ख और बर्बाद साबित कर सकता है ! बहुत से लोगों की आदत बात बात में गुस्सा करने की होती है ! कुछ ठोस और सकारात्मक प्रयास करके गुस्से पर बहुत हद तक काबू पाया जा सकता है ! 1- केवल गुस्से का कारण जानने भर से ही गुस्से पर काबू नहीं पाया जा सकता है , बल्कि उसमें सकारात्मकता होनी चाहिए ! कई लोगों के लिए गुस्सा बहुतताकतवर प्रेरणा और मोटिवेशन का कम करता है ! अगर गुस्से को एक सही दिशा दी जाये तो यह बड़ा लाभदायक भी हो सकता है ! व्यक्ति को अधिकतर इसी दिशा में सोचना चाहिए ! सकारात्मक सोच से समस्याओं के समाधान में मददगार भी होगा ! इस तरह अपने गुस्से को सकारात्मक और रचनात्मक दिशा दी जा सकती है ! 2 - व्यक्ति को यह भी जान लेना चाहिए कि उसे गुस्सा कब और क्यों आता है ! यह जान लेना नितांत आवश्यक है कि किन परिस्थितियों में आपको अधिक गुस्सा आता है, और वह आप पर इतना हावी कैसे हो जाता है ! कहीं ऐसा तो नहीं कि किसी डर,किसी हार,या किसी छोटी सी गलती या किसी भूल ने गुस्सा दिलाया हो ? दोस्तों यह सच है कि इन्सान को अक्सर तो गुस्सा तब आता है ,जब उसका मन चाहा काम नहीं हो रहा होता है ! असल में हम सभी को कभी न कभी इस स्थिति से गुजरना ही पड़ता है ! अपनी गलतियाँ स्वीकारने ,जिम्मेदारियां कबूल करने की भावना गुस्से पर नियन्त्रण ला सकती है ! 3- गुस्सा मानव कि एक स्वाभाविक प्रकिया है ! यह सभी लोगों में होती है ! गुस्से का सकारात्मक पक्ष यह है कि जब एक जैसे लोग एक ही लक्ष्य के बारे में सोचते हैं तो उनकी ताकत सैंकड़ों गुना बढ़ जाती है ! अगर वे एक साथ एक टीम के रूप में काम करना शुरू कर दें तो वे अपने प्रति द्वन्दियों से काफी ताकतवर बनकर उभर सकते हैं ! लेकिन यह भी सच है कि अगर गुस्सा अनियंत्रित हो जाये तो खुद का या दूसरों का भयंकर नुकसान भी कर सकता है ! महात्मा बुद्ध ने गुस्से के बारे में कहा है कि - दूसरों द्वारा आपको गुस्से के लिए दंडित नहीं किया जाता ,बल्कि गुस्सा ही आपको दंडित करता है !
Monday, October 23, 2017
सौ रोगों का एक इलाज यानी-शतावरी
आयुर्वेद से :- शतावरी का शाब्दिक अर्थ देखें तो शत यानी सौ और वरी यानी इलाज होता है !अथार्त यह सौ से भी अधिक रोगों के इलाज में बड़ी कारगर है ! यह बेल के रूप में कांटेदार होती है ! इसकी जड़ें लम्बी होती है ! इन जड़ों को ही शतावरी कहते हैं ! इन्हीं जड़ों को औषधि के रूप में काम में लेते हैं ! शतावरी को एक दिव्य औषधि के रूप में जाना जाता है ! यह औषध पुरुष ,बालक सभी के लिए उपयोगी और ताकत देने वाली ,पौष्टिक ,वय:स्थापक यानी वृद्धावस्था को रोककर यौवन को बनाये रखने वाली अति उत्तम टोनिक है ! शतावरी को राजस्थानी में नाहर कांटा कहते है ! शतावरी के उपयोग :- 1- स्त्री रोगों में शतावरी को अति गुणकारी माना गया है ! 2- यह वात-पित्त का शमन करती है ! 3- चक्कर आना ,कमजोरी में शतावरी -खरेंटी की जड, मुनक्का ,दूध में डालकर छानकर पीने से लाभ होता है ! 4- शरीर के जोड़ों का दर्द ,मांसपेशी का दर्द ,स्नायु में दर्द में शतावरी ,अश्वगंधा ,चोंपचीनी ,सौंठ ,सम्भाग लेकर चूर्ण बनालें ! 1-1चम्मच सुबह शाम जल या दूध से नित्य 3 माह तक सेवन करें ! 5- मूत्र रोग ,मधुमेह ,दुग्धअल्पता , रक्तपित्त ,अम्लपित्त रोग नाशक ,दौर्बल्य नाशक है ! 6- अम्लपित्त रोग में शतावरी ,आंवला ,मिश्री मिलाकर नित्य सेवन करने से यह रोग दूर हो जाता है ! 7- अत्यंत दुर्बलता को दूर करने के लिए शतावरी ,सफेद मुसली ,विदारी कंद समभाग लेकर पाउडर बना लें ! नित्य दूध से सेवन करें ! 8- शतावरी दृष्टिदोष ,रेटिना की गडबड ,बुद्धिमंदता , याददाश्त की कमी ,हृदय के लिए हितकारी रसायन होती है ! नोट :- अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में आफरा आना ,गैस बनने पर सौंठ ,अजवाइन का सेवन करना चाहिए !
Sunday, October 22, 2017
धन दौलत भी अपनी कीमत वसूलती है
धन -दौलत का संग्रह करना एक अंधी दौड़ है ! धन -दौलत कमाना कोई बुरा नहीं है पर फिर भी दुनियां में ऐसी कोई धन- दौलत नहीं बनीं कि वह कोई गुजरा वक्त खरीद कर ला सके ! भगवान ने हर किसी को इतना सक्षम तो बनाया ही है कि वह अपना आने वाला समय अपने मन मुताबिक संवार ही सके ! धन -दौलत की चाहत बुरी नहीं है पर ,बुरा है उस चाहत को पूरा करने के तरीकों में ! धन -दौलत की लालसा में डूबे लोग अपने संबंधों की गरिमा खो रहे हैं ! अच्छे -अच्छे कामयाब और अमीर लोग भी इन चार चीजों का नुकसान उठा रहे हैं ! व्यक्ति की लापरवाही और असावधानी से अथाह धन -दौलत भी लोगों से इन चार बातों के रूप में कीमत वसूल रहा है ! 1-संबंध ,2-समय ,3-स्वास्थ्य और 4-गृहस्थी इन चार के रूप में कीमत चुकाकर भी लोग दौलतमन्द और अमीर कहला रहे हैं ! 1- संबंध :- धन दौलत की लालसा और लालच के भंवर में फंसे लोग अपने संबंधों की मर्यादा और मधुरता खो रहे हैं ! सारे संबंध और रिश्ते -नाते या तो सौदा हो गये हैं या फिर बोझ होने लगे हैं ! व्यक्ति लेने देने और मोल भाव पर ही टिककर रह गया है ! धन दौलत के लालच ने व्यक्ति के जीवन में रूखापन भर दिया है ! सारे रिश्ते -नातों की ऊष्मा ही खत्म हो गयी है ! जीवन बेरस और नीरस बनता जा रहा है ! 2-समय :- व्यक्ति का जीवन निशिचत कालखंड में बंटा हुआ है ! बहुत जल्दी और अधिक धन कमाने की होड़ में वो समय भी गंवा दिया जाता है जिसमें जीवन का एक विशेष स्वाद लेने का अवसर होता है ! माना कि धन से बहुत कुछ खरीदा जाता है ,पर बीता हुआ समय नहीं लौटाया जा सकता ! समय कभी खरीदा नहीं जा सकता ! 3- स्वास्थ्य :- धन परिश्रम और भोग दोनों से जुड़ा होता है ! अति इन दोनों की बुरी है ! देह की भी एक सीमा है साथ देने की ! देह की थकान को बीमारी में बदलने में जरा भी समय नहीं लगता ! अधिकतर अमीर लोगों की कमाई का एक बड़ा हिस्सा तो बीमारी के इलाज में ही खर्च हो रहा है ! सच है कि धन -दौलत से दवा खरीदी जा सकती है ,पर स्वास्थ्य नहीं ! 4-गृहस्थी :- धन दौलत कमाने के चक्कर में व्यक्ति अपने परिवार को समय नहीं दे पाता है ! इस कारण कई परिवार और सन्तान में अनबन पैदा हो जाती है ! यह सच है कि व्यक्ति अपने परिवार के लिए ही धन दौलत कमाता है पर जब परिवार ही नहीं बचता तो वो दौलत भी किस काम की ! क्या है धन की देवी लक्ष्मी ?:- लक्ष्मी का अवतरण समुद्र मंथन से माना जाता है ! 14 रत्न समुद्र मंथन से निकले थे !आठवें क्रम पर लक्ष्मीजी का प्रादुर्भाव हुआ था ! एक रोचक तथ्य यह है कि सातवें क्रम पर अप्सराएँ निकली थी और नवें क्रम पर वारुणी यानी मदिरा ! इन दोनों के मध्य लक्ष्मी का क्रम था !अप्सराएँ और मदिरा अहंकार -भोगविलास का प्रतीक है ! धन के बड़े खतरे हैं !इसी समुद्र मंथन के क्रम में सबसे पहले विष और अंत में अमृत निकला था ! विष यानी विपरीत परिस्थिति ,संघर्ष ,चुनौती ! धन अर्जन परिश्रम -संघर्ष से शुरू हो और अमृत पर समाप्त हो ! धन सुख के साथ शांति दे यही अमृत है !
Saturday, October 21, 2017
बड़ा ही फायदेमंद है हल्दी वाला गुनगुना पानी
हल्दी एक मसाला ही नहीं बल्कि एक घरेलू औषधि है जो बहुत ही गुणकारी और बडी फायदेमंद है ! आज की भागमभाग और आपाधापी की जिन्दगी में स्वथ्य और निरोग रहना बहुत ही मुशिकल होता जा रहा है ! कई लोग स्वथ्य व फिट रहने के लिए सुबह उठते ही गुनगुने पानी में नींबूऔर शहद को मिलाकर पीते हैं ! अगर इसमें एक चुटकी हल्दी भी मिलाली जाये तो फायदा कई गुना बढ़ जायेगा ! एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच हल्दी पाउडर,आधा नींबू का रस व एक चम्मच शहद नियमित रूप से खाली पेट लें ! इसमें मौजूद एंटीआक्सीडेंट व एंटी बायोटिक गुण कई बीमारियों से बचाते हैं ! हल्दी शरीर के वात,पित्त व कफ इन तीनों दोषों को दूर करती है ! हल्दी वाला गुनगुना पानी नियमित पीने से पित्त नियंत्रित रहता है ,जिससे खाना आसानी से पच जाता है ! साथ ही पेट संबंधी रोग जैसे गैस बनने या कब्ज की समस्या से राहत मिलती है ! सूजन व कैंसर की आशंका घटती है :- हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्त्व शरीर की सूजनऔर जोड़ों का दर्द दूर करने के अलावा कैंसर का खतरा भी कम करता है ! याददाश्त तेज करता है :- सुबह-सुबह हल्दी वाला गुनगुना पानी पीना खासतौर पर दिमाग के लिए अच्छा होता है ! इसमें मौजूद करक्यूमिन तत्त्व दिमाग को तेज व ऊर्जावान बनता है ! डिमेंशिया ,अल्जाइमर जैसी भूलने की बीमारी दूर करने में यह बड़ा फायदेमंद है ! पिंपल्स को मिटाता है :- यह ब्लड प्यूरीफायर का काम करता है ! साथ ही यह पिंपल्स और स्किन इन्फेक्शन जैसी समस्याओं से राहत दिलाकर त्वचा की चमक बढाता है ! संक्रमण से बचाता है :- यह खासकर लिवर व किडनी में संक्रमण से बचाता है ! इससे शरीर में विषैले पदार्थ यूरिन के जरिये बाहर निकलते हैं ! यह मेटाबालिज्म को सुधारकर वजन नियंत्रित रखता है ! बढती उम्र के प्रभाव को कम करता है :- इसमें मौजूद फ्री -रेडिकल्स झुरियों व बढती उम्र के प्रभावों को रोकता है ! प्राकृतिक रूप से ब्लीचिंग एजेंट होने के कारण हल्दी वाला पानी स्किन पर निखार लाता है ! दिल को स्वथ्य और दुरुस्त रखता है :- हल्दी वाला गुनगुना पानी धमनियों में खून को गाढ़ा होने ,जमने या क्लाटिंग होने से बचाता है ,जिससे शरीर में रक्तसंचार बेहतर होता है और हृदय रोगों से बचाव होता है !
घर पर ऐसे बनाएं ये हेयर आयल्स
आजकल बाजार में अलग अलग कम्पनियों के इतनी तरह के हेयरआयल मिलते हैं कि इनमें पता ही नहीं चलता कि कौनसा हेयर आयल खरीदा जाये और कौनसा नहीं ! बाजार में मिलने वाले हेयर आयल की गुणवत्ता का भी पता ही नहीं चलता ! बाजार से सही हेयर आयल को चुनने में दिमाग चकरा सा जाता है ! बाजार में मिलने वाले तरह तरह के कैमिकल और काम्बिनेशन वाले हेयर आयल के प्रयोग करने से बालों को कई तरह का नुकसान पहुँचने का खतरा अलग रहता है ! इन खतरों से बचने का सबसे अच्छा और एक मात्र विकल्प यह है कि अपनी आवश्यकता और इच्छा का हेयर आयल खुद अपने घर पर ही तैयार करें ! ऐसे बनाएंआँवला हेयर आयल:- सदियों से आंवले का तेल काले ,घने, स्वस्थ व् मजबूत बालों के लिए इस्तेमाल किया जाता है ! एक लोहे की कढाही में ताजा या सूखा आंवला, सरसों या तिल के तेल में तब तक उबालें जब तक की आंवला गहरा भूरा न हो जाये ! इस तेल को ठंडा कर छानकर काच की बोतल में भर लें ! यह आंवला तेल बहुत उत्तम क्वालिटी का है ! कोकोनट-लेमन हेयर आयल :- डैनडरफ (रुसी ) से परेशान हैं तो कोकोनट लेमन हेयर आयल लगा सकते हैं ! नीम्बू डैनडरफ को दूर करता है और नारियल तेल बालों को भरपूर पोषण देता है ! नारियल तेल में कुछ बूंदें नीम्बू के रस की मिलाकर गर्म करें ! गुनगुना रह जाने पर इसे बालों की जड़ों में लगायें ! हफ्ते में तीन-चार बार ऐसा करें ! रुसी जड से खत्म हो जाएगी ! दाना मेथी हेयर आयल :- दाना मेथी में मौजूद लेसिथिन प्रोटीन बालों को लम्बा ,मजबूत ,मुलायम और चमकदार बनता है ! यह रुसी भी खत्म करता है ! पिसी हुई दाना मेथी को नारियल तेल में अच्छी तरह से गर्म करें व छानकर ठंडा कर लें ! इस तेल को अपने सिर के बालों की जड़ों में लगायें और अच्छी तरह से मसाज करें !
Friday, October 20, 2017
व्यक्ति सपने देखता है और समूह हकीकत
व्यक्ति सपने देखता है और समूह हकीकत -जान लेनन ! 1- समाज में मेरी भूमिका है ,अपनी भावनाओं को जाहिर करना ! न कि लोगों को यह बताना कि उन्हें क्या करना चाहिए ! हर कलाकार का यही काम है कि अपनी बात रखे ! 2- जब आप किसी से प्यार करने लगते हैं तो हर चीज साफ नजर आने लगती है ! 3- प्यार एक पौधे की तरह होता है ! ऐसा नहीं होता कि आप पौधा लगा दें और फिर उसे अपने हाल पर छोड़ दें ! आपको उसमें पानी देना होगा ! उसकी पूरी देखभाल करनी होगी ,तभी तो वह बढ़ेगा ! 4- सच्चाई बहुत कुछ आपकी कल्पनाओं से मेल खाती है ! 5- जब आप दूसरी कई और चीजों में व्यस्त रहते हैं ,जीवन आहिस्ता से गुजरता जाता है ! 6- ईश्वर एक ऐसी कल्पना शक्ति है ,जिसके सामने आप अपने दर्द को जाहिर कर सकते हैं ! 7- आपको किसी को यह बताने कि कतई जरूरत नहीं हैं कि आप क्या हैं ? कौन हैं ? आप जो भी हैं ,वो एक दिन स्वत :ही दुनियां के सामने आ जायेगा ! 8- कल्पना कीजिये कि दुनियां के सभी लोग शांति से अपना जीवन गुजार रहे हैं ! हो सकता है कि आप कहें कि यह सिर्फ एक सपना है ! लेकिन मैं अकेला नहीं हूँ ! मुझे उम्मीद है किआप में से कई और लोग भी मेरी ही तरह सोच रहे होंगे ! 9- मैं हर उस चीज को मानता हूँ ,जो गलत साबित नहीं हुई है ! इसलिए मैं परीकथाओं को मानता हूँ ! ड्रेगन को भी मानता हूँ ! इन सभी का अस्तित्त्व मेरे मस्तिष्क में है ! 10- जो आप अकेले देखते हैं वो सपना है ! जो समूह में देखा जाता है वो सपना नहीं है , बल्कि वह हकीकत है ! 11- जो समय आपको आनन्द देकर गया है वह बेकार गया यह नहीं मानना चाहिए !
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