शुभ शगुन से समपन्न होती है मंगलमय यात्रा
दो अश्व ,गज , रोदन सहित मुर्दा एवं ब्राह्मण , दूध , दही, फल , अन्न , कमल , मोर , नेवला , सिंहासन , जलती अग्नि ,धोबी , हरिजन , स्त्री ,पानी का घडा , आदि यदि यात्रा में दिखे तो शुभ शगुन होता है , और यात्रा सफल होती है ! यात्रा में चन्द्रमा का स्थान और उसका फल - * मेष , सिंह , धनु राशि का चन्द्रमा पूर्व दिशा में होता है ! * मिथुन ,तुला ,कुम्भ राशि का चंद्रमा पश्चिम दिशा में होता है ! *कर्क ,वृशिच्क ,मीन राशि का चंद्रमा उत्तर दिशा में होता है ! * वृषभ ,कन्या ,मकर राशि का चंद्रमा दक्षिण दिशा में होता है ! यात्रा के समय यदि चन्द्रमा सामने हो तो ,धन प्राप्ति और शुभ फलदायी होता है ! * यदि चंद्रमा दायें हो तो सुख -संपदा प्रदान करता है ! * यदि चंद्रमा पीछे हो तो कष्ट व बाएं या उत्तर में हो तो धन का नाश करता है ! दिशाशूल पड़ने वाली दिशा में यात्रा न करें ! * पूर्व दिशा में - सोमवार व शनिवार को दिशाशूल रहता है ! * पश्चिम दिशा में - रविवार व शुक्रवार को दिशाशूल रहता है ! * उत्तर दिशा में - मंगलवार व बुधवार को दिशाशूलरहता है ! दक्षिण दिशा में - गुरुवार को दिशाशूल रहता है ! क्रमशः..........
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