गले और फेफड़े के संक्रमण से बचाता है -गुड
आयुर्वेद से :- कडकडाती सर्दी में जुकाम व खांसी होना आम बात है ! गुड की तासीर गर्म होने के कारण इसे चाय या दूध में चने के साथ या लडडूमें मिलाकर खा सकते हैं ! त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए सर्दियों में गुड खाया जाना चाहिए ! गुड शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने और रक्त को शुद्ध करने का काम करता है !इसके अलावा गुड गले व फेफड़े से जुड़े संकर्मण से बचाता है ! गुड को पानी के साथ लेने पर शरीर की थकावट भी मिटाता है ! गुड में मौजूद एंटी एलर्जिक तत्त्व अस्थमा रोगियों के लिए बड़े फायदेमंद होते हैं ! ऐसे रोगी गुड व काले तिल के लड़डू बनाकर खा सकते हैं ! अगर आपको भोजन के बाद कुछ मीठा खाने की आदत है तो गुड खाना अतिउत्तम है ! गुड खाना पचाने के साथ वायु की समस्या से भी निजात दिलाता है ! खट्टी डकारें आएं तो गुड को काले नमक के साथ चाटें ,तुरंत फायदा होगा ! गले में खराश हो तो गुड को अदरक के रस के साथ लें ,बड़ा फायदा होगा ! गुड की तासीर गर्म होती है लेकिन इसे पानी के साथ लें तो यह शरीर को ठंडक पहुचता है ! गर्मियों में यह राहत पहुंचता है ! गुड आयरन से भरपूर होता है तथा एनीमिया की शिकायत को दूर करता है !
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