छोटी दीपावली का पर्व कार्तिक मास की कृष्णा चतुर्दर्शी को मनाया जाता है ! इस पर्व को नरक चतुर्दर्शी अथवा रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है ! भारतीय पौराणिक मान्यतानुसार इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध करके उसके कैद से 16 हजार कन्याओं को मुक्त करवाया था ! भगवान श्री कृष्ण ने उन कन्याओं का उचित सम्मान बनाये रखने के लिए एक साथ उन सभी 16 हजार कन्याओं से स्वयं ने विवाह कर लिया था ! नरकासुर के वध और उन 16 हजार कन्याओं को मुक्त करवाने के उपलक्ष में नरक चतुर्दर्शी के दिन दीपदान की परंपरा प्रारम्भ हुई ! दूसरी मान्यता यह है कि इस दिन प्रात:काल स्नान करके प्रसन्न होते हैं तथा मनुष्य नरक की यातनाओं एवं अकाल मृत्यु के भय से बचा रहता है ! नरकचतुर्दर्शी या रूप चौदस के दिन पानी में आंवला डालकर स्नान करना चाहिए !
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