व्यक्ति सपने देखता है और समूह हकीकत -जान लेनन ! 1- समाज में मेरी भूमिका है ,अपनी भावनाओं को जाहिर करना ! न कि लोगों को यह बताना कि उन्हें क्या करना चाहिए ! हर कलाकार का यही काम है कि अपनी बात रखे ! 2- जब आप किसी से प्यार करने लगते हैं तो हर चीज साफ नजर आने लगती है ! 3- प्यार एक पौधे की तरह होता है ! ऐसा नहीं होता कि आप पौधा लगा दें और फिर उसे अपने हाल पर छोड़ दें ! आपको उसमें पानी देना होगा ! उसकी पूरी देखभाल करनी होगी ,तभी तो वह बढ़ेगा ! 4- सच्चाई बहुत कुछ आपकी कल्पनाओं से मेल खाती है ! 5- जब आप दूसरी कई और चीजों में व्यस्त रहते हैं ,जीवन आहिस्ता से गुजरता जाता है ! 6- ईश्वर एक ऐसी कल्पना शक्ति है ,जिसके सामने आप अपने दर्द को जाहिर कर सकते हैं ! 7- आपको किसी को यह बताने कि कतई जरूरत नहीं हैं कि आप क्या हैं ? कौन हैं ? आप जो भी हैं ,वो एक दिन स्वत :ही दुनियां के सामने आ जायेगा ! 8- कल्पना कीजिये कि दुनियां के सभी लोग शांति से अपना जीवन गुजार रहे हैं ! हो सकता है कि आप कहें कि यह सिर्फ एक सपना है ! लेकिन मैं अकेला नहीं हूँ ! मुझे उम्मीद है किआप में से कई और लोग भी मेरी ही तरह सोच रहे होंगे ! 9- मैं हर उस चीज को मानता हूँ ,जो गलत साबित नहीं हुई है ! इसलिए मैं परीकथाओं को मानता हूँ ! ड्रेगन को भी मानता हूँ ! इन सभी का अस्तित्त्व मेरे मस्तिष्क में है ! 10- जो आप अकेले देखते हैं वो सपना है ! जो समूह में देखा जाता है वो सपना नहीं है , बल्कि वह हकीकत है ! 11- जो समय आपको आनन्द देकर गया है वह बेकार गया यह नहीं मानना चाहिए !
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