दोस्तों ! अगर आप जीवन में कामयाबी पाना चाहते हैं तो आपको तत्काल उचित और सही समय पर सही निर्णय लेने की अपने आप में क्षमता विकसित करनी चाहिए ! जीवन में कई बार ऐसे क्षण आते हैं कि हमें तत्काल ही निर्णय लेना होता है ! ऐसे समय में निर्णय के सही या गलत होने से ज्यादा महत्त्व पूर्ण होता है तत्काल निर्णय का लिया जाना ! इस भागम -भाग की जिन्दगी में अगर आप सही समय पर तुरंत फैसला नहीं कर पाते हैं तो कई बड़े और महत्त्व पूर्ण अवसर खो बैठते हैं ! आपको अपनी जिन्दगी को और भी बेहतर बनाने और जीवन जीने के लिए तत्काल फैसले लेने की क्षमता का विकास करना होगा ! अगर कठिन समय में भी तत्काल फैसले लेंगे तो जीवन में सफलता जरुर मिलेगी ! तत्काल फैसला लिए जाने पर दो सम्भावनाएं रहती है ! पहली तो यह कि सही फैसला लिए जाने पर आपको फायदा होगा और दूसरा ,अगर फैसला गलत हुआ तो भी आपको एक नयी सीख मिलेगी ! कुछ सावधानियां बरतकर आप भी अपने आप में तत्काल फैसले लेने की क्षमता विकसित कर सकते हैं ! पहले ही डेडलाईन तय कर लें :- सही समय पर सही फैसला लेने के लिए एक डेडलाईन तय कर लें ! एक बार फैसला लेने के बाद आपको उस पर अडिग रहना चाहिए ! डेडलाईन के बाद आपको अपने फैसले पर कोई विचार नहीं करके तुरन्त काम शुरू कर देना चाहिए ! कई बार ऐसा होता है कि समय निकल जाता है और हम तय ही नहीं कर पाते हैं कि हमें क्या करना क्या है और क्या नहीं ! डेडलाईन के बाद भी जो व्यक्ति अपनी प्लानिंग बदलने की कोशिश करता है वह हमेशा उलझन में ही रहता है ! आपको हमेशा अपने लक्ष्य की ओर ही ध्यान देना चाहिए ! सही -गलत के डर से दब्बू न बनें :- अधिकतर लोग सही फैसले लेने के चक्कर में कोई फैसले ही नहीं ले पाते हैं या बहुत देर से फैसले लेते हैं ! सच तो यह है कि व्यक्ति अपनी गलतियों से ही सीखता है ! जब आप अपनी गलती की आशंका स्वीकार करना सीख जायेंगे तब उस गलती के कारण पैदा होने वाली स्थितियों से निपटने के लिए भी खुद को मानसिक रूप से तैयार कर पाएंगे ! कई बार बहुत से लोग अपने दिल और दिमाग को लगातार गलती से बचने की हिदायत दे -देकर खुद को दब्बू बना लेते हैं ! हकीकत यह है की ज्यादा सोच -विचार या बार- बार प्लानिंग करने से व्यक्ति में जोखिम लेने की क्षमता घटती जाती है , और किसी नये काम को करने का निर्णय नहीं कर पाते हैं ! ऐसी स्थिति सफलता के लिए बड़ी धातक होती है ! सोच -विचार करें ,पर उलझन से बचें :- सच में कुछ लोग विश्लेषण करने में ही इतना उलझकर रह जाते हैं की वे एक छोटा सा फैसला भी स्वंम नहीं कर पाते हैं ! ऐसा करने से उनको दो बड़े नुकसान होते हैं ! एक तो उनके दिमाग में द्धन्द्ध चलता रहता है और दूसरा , उनके अपने आप में ही उलझे रहने का फायदा उनके प्र्तिद्धन्द्धि उठा ले जाते हैं ! आपको कोई भी फैसला लेते समय बेशक सोच -विचार करना चाहिए ,पर इसमें ज्यादा उलझने के बजायअपने लिए गये फैसले को लक्ष्य तक पहुँचाने के लिए कड़ी मेहनत में जुट जाना चाहिए ! आप सकारात्मक सोचते हुए कड़ी मेहनत करके अपने किसी भी फैसले को सही साबित कर सकते हैं और अंजाम तक पहुंचा सकते हैं !
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